वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-ईरान में वापस भारत लौटने का नाविकों का खर्च भारत सरकार और विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद के लिए काम करने वाला सरकारी संगठन इंडियन वर्ल्ड फोरम वहन करेगा।
ईरान में फंसे पांच भारतीय नाविक आज करीब तीन साल बाद स्वदेश लौटेंगे। बता दें कि ये पांचों भारतीय नागरिक चाबहार केंद्रीय जेल में बिना किसी आरोप के 403 दिन गुजार चुके हैं और उसके बाद भी लंबे समय तक ईरान में फंसे रहे। अब चाबहार, कोणार्क, सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत के अधिकारियों की जांच में निर्दोष पाए जाने के बाद ये पांचों भारतीय वापस भारत लौटेंगे। ईरान में वापस भारत लौटने का नाविकों का खर्च भारत सरकार और विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद के लिए काम करने वाला सरकारी संगठन इंडियन वर्ल्ड फोरम वहन करेगा। वहीं दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा केंद्र सरकार को दिए निर्देश पर तेहरान स्थित भारतीय दूतावास इन नाविकों को हवाई अड्डे तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाएगा।
जानिए क्या है मामला
बता दें कि पांचों भारतीय नाविक अनिकेत येनपुर, मंदार वर्लीकर, नवीन सिंह, प्रणव कुमार और तमिझसेल्वन रंगासामी, एक वाणिज्यिक पोत परिवहन कंपनी में काम करते थे। 20 फरवरी 2020 को आर्टिन 10 जहाज के साथ उन्हें ईरानी सुरक्षा बलों ने हरमोन की खाड़ी में संदेह के आधार पर पकड़ा था। इसके बाद इन्हें 403 दिनों तक न्यायिक हिरासत में रखा गया और इस दौरान ईरान पुलिस ने उनके खिलाफ कोई आरोप पत्र भी दाखिल नहीं किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चाबहार की एक अदालत ने पांचों भारतीय नाविकों को निर्दोष मानते हुए रिहा करने का आदेश दिया था। हालांकि रिहा करने के बाद भी भारतीय नाविकों के पासपोर्ट और पहचान पत्र नहीं लौटाए गए, जिसकी वजह से ये पांचों ईरान में फंसे हुए थे और स्थानीय लोगों की मदद से दिन काट रहे थे। अब भारत सरकार की मदद से ये पांचों भारतीय नाविक