वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्विटर का अधिग्रहण करने के एलन मस्क के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने एक ऐसा संगठन खरीदा जो दुनिया भर में झूठ भेजता और उगलता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्विटर का अधिग्रहण करने के एलन मस्क के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने एक ऐसा संगठन खरीदा जो दुनिया भर में झूठ भेजता और उगलता है। समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने बाइडेन के हवाले से बताया कि अब हम सब इस बात से चिंतित हैं कि बच्चे भविष्य में यह समझने में सक्षम हो पाएंगे कि दांव पर क्या लगा है?" एलन मस्क ने इस महीने की शुरुआत में $44 बिलियन में ट्विटर का अधिग्रहण किया है। टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी बिग बुल कंपनियों के मालिक मस्क ने कहा था कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का अधिग्रहण इसलिए किया क्योंकि सभ्यता के भविष्य के लिए एक सामान्य डिजिटल टाउन स्क्वायर होना महत्वपूर्ण था, जहां बिना किसी तरह की हिंसा का सहारा लिए ट्विटर में एक स्वस्थ तरीके से बहस की जाए। मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण करने से पहले कहा था, "ट्विटर स्पष्ट रूप से एक फ्री-फॉर-ऑल हेलस्केप नहीं बन सकता है, जहां कुछ भी बिना किसी परिणाम के कहा जाए! देश के कानूनों का पालन करने के अलावा हमारा मंच सभी का स्वागत करने वाला होना चाहिए, जहां आप अपनी पसंद के अनुसार अपना वांछित अनुभव चुन सकते हैं।"
क्यों गुस्सा हैं बाइडेन
जो बाइडेन ने एलन मस्क के फैसले की आलोचना की है। कहा कि दुनिया का सबसे अमीर आदमी, जिसने एक ऐसा संगठन खरीदा है जो दुनिया भर में झूठ उगलता है। बाइडेन ने कहा, अब हमे किस बात की चिंता करनी चाहिए? हम कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि बच्चे यह समझने में सक्षम होंगे कि दांव पर क्या लगा है? यहां यह जानना भी जरूरी है कि साल 2020 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्विटर ने फेक न्यूज के आरोप में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बैन कर दिया था। गलत सूचना पर ट्विटर की नीतियों का परीक्षण करने के प्रयास अभी भी लागू किए जा रहे हैं।
यही नहीं अमेरिकी हाउस स्पीकर नेन्सी पेलोसी के पति पॉल पेलोसी पर हमले को लेकर कॉन्सपिरेसी थ्योरी ट्वीट करने के बाद मस्क खुद भी फेक न्यूज का शिकार हो गए थे।