वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:- संवाद न्यूज एजेंसी
अंबेडकरनगर। लंबे इंतजार के बाद धान कुटाई के लिए 63 राइस मिलों के संबद्धीकरण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। पांच राइस मिलों को धान खरीद से जोड़ा जाना शेष है। राइस मिलों को प्रक्रिया से जोड़े जाने के बाद अब जिले में धान खरीद में तेजी आने की उम्मीद है। इस बीच खरीद के एक माह से अधिक का समय बीतने के बाद अब तक एक लाख 55 हजार एमटी लक्ष्य का 4.43 प्रतिशत धान की खरीद हो सकी है।
गत 20 अक्तूबर से धान खरीद शुरू होने के साथ ही धान कुटाई के लिए
राइस मिलों के संबद्धीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई। कुल 68 राइस मिलों ने आवेदन किया। इस प्रक्रिया में समय लगने के चलते धान खरीद का काम गति नहीं पकड़ पा रहा है।
गत दिवस डीएम अविनाश की संस्तुति के बाद शंकरपुर प्रोडेक्ट, जयदुर्गा इंडस्ट्रीज, जायसवाल इंटरप्राइजेज, सीमा राइस इंडस्ट्रीज, सीताराम चावल उद्योग, गणपति इंटरप्राइजेज, चंद्रभान मिनी राइस मिल, महावीर इंडस्ट्रीज, हरीलाल चावल उद्योग, जय मां काली राइस मिल, आनंद राइस मिल समेत कुल 63 राइस मिलों के संबद्धीकरण का काम पूरा कर लिया गया। हालांकि अभी भी पांच राइस मिलों को संबद्ध किया जाना शेष है। धान कुटाई के लिए राइस मिलों को संबद्ध कर लिए जाने के बाद अब धान खरीद में तेजी आने की संभावना है।
छह एजेंसियों के
75 केंद्र स्थापित
खाद्य एवं विपणन अधिकारी कार्यालय के अनुसार अब तक 1645 किसानों का 6865.51 मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। यह लक्ष्य का 4.43 प्रतिशत है। मालूम हो कि धान खरीद के लिए छह एजेंसियों के 75 क्रय केंद्र जिले में स्थापित किए गए हैं। इसमें खाद्य विभाग के 29, पीसीएफ के 34, यूपीएसएस के छह, पीसीयू के तीन, मंडी समिति के एक व भारतीय खाद्य निगम के दो क्रय केंद्र शामिल हैं।
खरीद में तेजी लाने के निर्देश
धान कुटाई के लिए 63 राइसमिलों का संबद्धीकरण किया गया है। इसके साथ ही सभी धान क्रय केंद्र प्रभारियों को खरीद में तेजी लाए जाने का निर्देश दिया गया है। -विनीता मिश्रा, खाद्य एवं विपणन अधिकारी