वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-मामले में गुजरात एटीएस के एसपी ओम प्रकाश जाट ने बताया कि गुजरात एटीएस को मिलिट्री इंटेलिजेंस से इनपुट मिला था कि एक पाकिस्तानी सेना या पाकिस्तान एजेंट भारतीय सिम कार्ड पर व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहा है। वह मैलवेयर फोन तक पहुंचने और संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए रिमोट एक्सेस ट्रोजन (आरएटी) भेज रहा था।
गुजरात एटीएस ने पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी भेजने के आरोप में आणंद जिले के तारापुर शहर से एक जासूस को गिरफ्तार किया है। वह पहले पाकिस्तानी नागरिक था, जिसे बाद में भारतीय नागरिकता मिल गई थी।
मामले में गुजरात एटीएस के एसपी ओम प्रकाश जाट ने बताया कि गुजरात एटीएस को मिलिट्री इंटेलिजेंस से इनपुट मिला था कि एक पाकिस्तानी सेना या पाकिस्तान एजेंट भारतीय सिम कार्ड पर व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहा है। वह मैलवेयर फोन तक पहुंचने और संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए रिमोट एक्सेस ट्रोजन (आरएटी) भेज रहा था।
उन्होंने बताया कि सिम कार्ड जामनगर से मुहम्मद सकलैन थाईम के नाम से जारी किया गया था। इसे अजगर हाजीभाई के मोबाइल पर सक्रिय किया गया था। इसके बाद सिम कार्ड आणंद डिलिवर कर दिया गया। पाकिस्तान दूतावास से जुड़े एक व्यक्ति के निर्देश पर सिम कार्ड आणंद, तारापुर में लाभशंकर माहेश्वरी नाम के व्यक्ति को दिया गया।
उन्होंने बताया कि लाभशंकर माहेश्वरी एक पाकिस्तानी नागरिक था, जो 1999 में भारत आए था। बाद में उन्हें भारतीय नागरिकता मिल गई। उनका परिवार अभी भी पाकिस्तान में है। संबंधित व्हाट्सएप नंबर अभी भी पाकिस्तान में सक्रिय है। वे भारतीय सेना के जवानों के परिवार के सदस्यों को निशाना बना रहा था।