वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :-उमेश पाल हत्याकांड में फरार बमबाज गुड्डू मुस्लिम का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। आरोपी साबिर के भी मुंबई भागने का शक है। वहीं, शाइस्ता परवीन पर इनाम बढ़ाने की तैयारी है। पुलिस शाइस्ता की तलाश में कई जगह दबिश दे रही है।
राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या करने वाले माफिया अतीक अहमद के शूटर गुड्डू मुस्लिम और मोहम्मद साबिर का कोई सुराग एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस को नहीं मिल रहा है। गुड्डू मुस्लिम का मोबाइल बीते कई दिनों से बंद है जबकि साबिर भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा है।
एसटीएफ की एक टीम को साबिर की तलाश में मुंबई भेजा गया है, जहां अतीक के संपर्क में आने से पहले वह कई साल तक रह चुका है। अतीक गैंग के सबसे खतरनाक शूटर गुड्डू मुस्लिम के पुलिस की हिरासत में होने की अफवाह बीते कई दिनों से फैल रही है।
एसटीएफ के अधिकारियों की मानें तो गुड्डू का बीते कई दिनों से कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है। उसके कर्नाटक के बाद उड़ीसा और छत्तीसगढ़ भागने की पुष्टि नहीं हुई है। अधिकारियों के मुताबिक गुड्डू पुराना अपराधी है। उसे भलीभांति पता है कि मोबाइल का इस्तेमाल उसे मुसीबत में डाल सकता है।
हैरानी की बात यह है कि उसने फरार रहने के लिए प्रयागराज में अपने किसी करीबी से आर्थिक मदद भी अब तक नहीं मांगी है। वहीं, पहले वह जिन माफिया एवं अपराधियों के लिए सुपारी लेकर वह कई हत्याएं कर चुका है, उनसे भी कोई संपर्क नहीं साधा है।
छत्तीसगढ़ भागने की चर्चा
अब गुड्डू मुस्लिम के ओडिशा से छत्तीसगढ़ भागने की चर्चा है। पुलिस की एक टीम उसके पीछे है। बताया जाता है कि ओडिशा के बारगढ़ में रुकने की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची थी। पुलिस ने राजा खान नाम के शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की। हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया।
आठ साल तक मुंबई में रहा साबिर
वहीं उमेश पाल हत्याकांड के फरार शूटर साबिर की तलाश में एसटीएफ की एक टीम मुंबई भेजी गयी है। दरअसल, साबिर अतीक अहमद के संपर्क में आने से पहले मुंबई में आठ साल तक ट्रक ड्राइवर था। उसका भाई जाकिर भी पेशे से ड्राइवर था। दहेज हत्या के मामले में जाकिर के जेल जाने के बाद साबिर प्रयागराज वापस आ गया था और अतीक की गाड़ी चलाने लगा था। वह अतीक और गुड्डू के इशारे पर अपराध करने लगा।
उसकी तलाश में एसटीएफ ने गंगा के कछार इलाके में कई दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। अतीक के साथ रहने की वजह से वह विधायक पूजा पाल और प्रापर्टी डीलर जैद से दुश्मनी मानने लगा था। उसके मददगारों में प्रयागराज निवासी मोहम्मद नफीस, अबु मोहम्मद और उसका साढू शहनवाज शामिल हैं।
शाइस्ता परवीन पर इनाम बढ़ाने की तैयारी, तलाश में कई जगह दबिश
उमेश पाल हत्याकांड में फरार शाइस्ता परवीन का कुछ पता नहीं चल रहा है। पुलिस अब उस पर इनाम बढ़ाने की तैयारी में है। शाइस्ता की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। रविवार की रात और सोमवार दिन में भी प्रयागराज से लेकर कौशाम्बी तक खोजबीन होती रही।
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस की विवेचना में सामने आया था कि अतीक के जेल में रहते हुए शाइस्ता ने गिरोह की कमान संभाल ली थी। उसी की देखरेख में ही उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम दिया गया। उसने न सिर्फ शूटरों को पैसे दिए बल्कि असद के माध्यम से सभी को दो दो आईफोन भी दिया था। हत्या के बाद से लगातार शाइस्ता को खोजा जा रहा है लेकिन पुलिस अब तक उसे नहीं पकड़ पाई है।
पुलिस ने कई इलाकों में दी दबिश
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद पुलिस ने कई इलाकों में दबिश दी। कई रिश्तेदारों का पकड़ा गया लेकिन शाइस्ता पकड़ में नहीं आई। अब पुलिस ने उस पर इनाम बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। उधर रविवार रात और आज दिन में नीवा, असरौली, हटवा, पूरामुफ्ती, बेली, फाफामऊ और नवाबगंज के कछारी इलाकों में शाइस्ता की खोजबीन में दबिश दी गई।