वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :-शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने कहा कि उनका हिंदुत्व स्पष्ट है, लेकिन वे बीजेपी के हिंदुत्व पर विश्वास नहीं करते। हम लोगों को उनकी पसंद का खाने पर जलाते नहीं है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ शिवसेना की सहयोगी पार्टी राज्य में दंगे भड़का रही है। वह हिंदुत्व के नाम पर लोगों को जला रही है।
हमारा हिंदुत्व स्पष्ट है
शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने कहा कि उनका हिंदुत्व स्पष्ट है, लेकिन वे बीजेपी के हिंदुत्व पर विश्वास नहीं करते। हम लोगों को उनकी पसंद का खाने पर जलाते नहीं है। अगर यह बीजेपी का हिंदुत्व है तो मैं, मेरे पिता, मेरे दादा और महाराष्ट्र के लोग यह अस्वीकार करते हैं। बता दें, ठाकरे ने यह बात हैदराबाद के गीतम विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम के अवसर पर छात्रों को संबोधितक करते हुए कही।
राम मंदिर बनाने का फैसला केंद्र का नहीं
उन्होंने कहा कि अयोध्या में बन रहा राम मंदिर केंद्र सरकार की वजह से नहीं बन रहा है। अगर आप यह सोच रहे हैं तो गलत है। मंदिर बनने का फैसला केंद्र का नहीं सुप्रीम कोर्ट का है।
2014 में दिया था धोखा
ठाकरे ने कहा कि मैं एक हिंदू हूं और एक हिंदू था जब बीजेपी ने 2014 में शिवसेना के साथ गठबंधन तोड़ दिया था। बीजेपी ने उस समय हमारी पीठ में छुरा घोंपा था। हम तब हिंदू थे, अब भी हम हिंदू हैं। भाजपा आज राज्य में दंगे भड़काने का काम कर रही है। वहीं, कश्मीरी पंडितों को लेकर क्या कहना चाहेंगे। दुनिया की सबसे बड़ी हिंदुत्ववादी पार्टी कश्मीरी पंडितों के बारे में क्यों नहीं बोल रही है? जो कश्मीरी पंडितों को आज भी मारे जाने के बाद कश्मीर से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए कह रहे हैं।
पार्टी खत्म करने की कोशिश
ठाकरे ने कहा कि अगर भाजपा मेरे दादाजी की विचारधारा को लेकर इतनी ही सतर्क होती तो उन्होंने मेरे दादाजी की बनाई पार्टी को खत्म करने की कोशिश नहीं की होती। वहीं, यह पूछे जाने पर कि एकनाथ शिंदे और भाजपा में से कौन उनकी पार्टी के लिए बड़ा खतरा है, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि एकनाथ शिंदे खतरा हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ हमारा कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं है।
आदित्य ठाकरे हैदराबाद के एक दिवसीय दौरे पर थे और उनके साथ राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी मौजूद थीं। इससे पहले दिन में उन्होंने टी-हब में तेलंगाना के मंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक केटी रामाराव से भी मुलाकात की थी।