वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :- तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय के पीआरओ द्वारा जारी बयान के अनुसार, बंडी संजय के शुक्रवार को जेल से रिहा होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उनसे बातचीत की।
दसवीं कक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय कुमार को जमानत मिल गई। अभियोजन पक्ष और भाजपा के वकील के बीच चली सात घंटे की बहस के बाद गुरुवार को हनुमाकोंडा मजिस्ट्रेट ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय को जमानत दे दी। जमानत मिलने के बाद बंडी संजय शुक्रवार को करीमनगर जेल से रिहा हो गए। करीमनगर जिला जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद सांसद बंडी संजय ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और इसके बाद अपने आवास पर पहुंचे।
जेल से रिहा होने के बाद बंडी संजय ने की तीन मांग
जेल से रिहा होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बंडी संजय कुमार ने मांग की कि राज्य सरकार एसएससी पेपर लीक मामले की जांच एक सिटिंग जज से करे और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और मंत्री केटी रामाराव को कैबिनेट से निष्कासित किया जाए। उन्होंने कहा, राज्य सरकार को प्रश्नपत्र लीक होने के कारण पीड़ित प्रत्येक छात्र को एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा करनी चाहिए। इन तीन मांगों को पूरा किया जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि सेवा आयोग की परीक्षा में बैठने वाले 30 लाख उम्मीदवारों को पेपर लीक होने के कारण नुकसान उठाना पड़ा और इसलिए केटी रामाराव को मंत्रिमंडल से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि आपका (केसीआर) परिवार शराब और लीकर परिवार है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग के पेपर लीक मामले के मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने वारंगल के पुलिस आयुक्त एवी रंगनाथ को चुनौती दी कि वे अपनी टोपी पर भारतीय प्रतीक (तीन शेर) की शपथ लें कि अधिकारी ने जो कुछ भी कहा वह सच था।उन्होंने दावा किया कि पुलिस आयुक्त पेपर लीक और कदाचार के बीच के अंतर को नहीं जानते हैं। भाजपा नेता ने पूछा कि जब किसी ने लीक हुए प्रश्नपत्र को उनके मोबाइल फोन पर फॉरवर्ड किया तो उनका इस मामले से क्या संबंध है? उन्होंने गिरफ्तारी से पहले नोटिस जारी नहीं करने के लिए पुलिस को दोषी ठहराया। कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी टीएसपीएससी पेपर लीक मुद्दे के खिलाफ आंदोलन तेज करेगी।
अमित शाह और नड्डा समेत कई नेताओं ने की बातचीत
तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय के पीआरओ द्वारा जारी बयान के अनुसार, बंडी संजय के शुक्रवार को जेल से रिहा होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उनसे बातचीत की। तरुण चुघ और सुनील बंसल सहित पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं ने भी उनसे बात की।
बंडी संजय के वकील श्याम सुंदर रेड्डी ने गुरुवार को बताया कि अदालत ने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया और मजिस्ट्रेट ने दो जमानती और 20 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दी है। उन्हें गवाह पर दवाब न बनाने और जांच में सहयोग करने के लिए भी कहा गया है। इसके अलावा बिना कोर्ट की इजाजत के भी बंडी संजय देश नहीं छोड़ सकेंगे।
संजय कुमार को भेजा गया था जेल
करीमनगर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद संजय कुमार को एक इंस्टैंट मैसेजिंग एप के समूहों में हिंदी परीक्षा प्रश्न पत्र के कथित प्रसार से संबंधित मामले में मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया था। एसएससी पेपर लीक मामले में बुधवार को बंडी संजय कुमार समेत तीन अन्य को 19 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। पुलिस ने संजय को बुधवार (5 अप्रैल) देर रात आपराधिक साजिश और कदाचार सहित अन्य के आरोप में उनके करीमनगर स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। भाजपा के महासचिव ने उनकी हिरासत को पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और पूरे प्रकरण में स्पष्ट साजिश का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, पुलिस ने अभी तक आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं की है कि उन्हें किस आधार पर हिरासत में लिया गया है। भाजपा ने उन्हें हिरासत में लिए जाने के बाद प्रदेश भर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी।
बंडी संजय के एक अन्य वकील करुणा सागर ने कहा, हम सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए जांच अधिकारी के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही दायर करेंगे। हम हाईकोर्ट में आदेश को चुनौती देने की योजना बना रहे हैं।
पेपर लीक मामले में पुलिस ने भाजपा नेता एटाला राजेंद्र को भेजा नोटिस
तेलंगाना पुलिस ने गुरुवार को एसएससी (सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट) पेपर लीक मामले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक एटाला राजेंद्र को नोटिस दिया। भाजपा विधायक राजेंद्र को सात अप्रैल को सुबह 11 बजे जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया है।
निलंबित भाजपा विधायक को पुलिस ने हनुमान जयंती रैली से पहले लिया हिरासत में
निलंबित भाजपा विधायक टीराजा सिंह को उनके आवास से गुरुवार को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में लिया था। वह उस दौरान हनुमान जयंती के जुलूस में हिस्सा लेने जा रहे थे। हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस के अनुसार, शहर में रामनवमी की रैली के दौरान हाल ही में दिए गए भाषणों और अतीत में कथित रूप से भड़काऊ भाषणों को देखते हुए राजा सिंह को हिरासत में लिया गया था।
भड़काऊ भाषण देने के किए गए थे मामले दर्ज
राजा सिंह के खिलाफ 30 मार्च को शहर में रामनवमी के अवसर पर आयोजित एक जुलूस के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के दो मामले दर्ज किए गए थे।