वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-पत्रिका में हिंदुओं से बदला देने की बात लिखी गई है। आतंकी संगठन ने लिखा है, 'हिंदू अल्लाह और उनके पैगम्बर के दुश्मन हैं। इसलिए कश्मीर में गैर मुसलमानों को टारगेट करेंगे। बाबरी मस्जिद और गुजरात दंगों का बदला लेंगे।'
पिछले साल 23 अक्तूबर को कोयम्बटूर और 19 नवंबर को मंगलुरु में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (खुरासान प्रांत) यानी ISKP ने ली है। अल अजैम मीडिया फाउंडेशन की पत्रिका 'वाइस ऑफ खुरासान' में आतंकी संगठन ने इसके बारे में खुलकर लिखा है। ये पत्रिका ISKP का मुखपत्र है। अपने मुखपत्र में इस आतंकी संगठन ने ये भी कहा कि दक्षिण भारत में इस्लामिक स्टेट के कई आतंकी सक्रिय हैं।
पत्रिका में और क्या-क्या लिखा?
अल अजैम मीडिया फाउंडेशन ने 68 पन्नों का 'वाइस ऑफ खुरासान' पत्रिका जारी किया है। ये पत्रिका अंग्रेजी में है। इसके जरिए वह आतंकी संगठन को प्रचारित करने का काम कर रहा है। इसमें लिखा है, 'क्या आप तमिलनाडु के कोयम्बटूर और कर्नाटक के बंगलुरु (पत्रिका के लेखक ने पत्रिका में मंगलुरु के बजाय बंगलुरु लिखा है) में हमारे हमलों के बारे में नहीं सोचते हैं? जहां हमारे भाईयों ने हमारे मजहब के सम्मान का बदला लिया और गैर मुस्लिमों और नास्तिकों को आतंकित डराया।'
पत्रिका में हिंदुओं से बदला देने की बात लिखी गई है। आतंकी संगठन ने लिखा है, 'हिंदू अल्लाह और उनके पैगम्बर के दुश्मन हैं। इसलिए कश्मीर में गैर मुसलमानों को टारगेट करेंगे। बाबरी मस्जिद और गुजरात दंगों का बदला लेंगे।'
पत्रिका में नहीं बताया कि किस राज्य में एक्टिव हैं आतंकी
वाइस ऑफ खुरासान पत्रिका में ये तो आतंकी संगठन ने साफ कर दिया कि दक्षिण भारत में उनके आतंकी एक्टिव हैं, लेकिन ये नहीं बताया कि वह दक्षिण भारत के किन-किन राज्यों में मौजूद हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि ये आतंकी संगठन सबसे ज्यादा केरल में सक्रिय है। इसके अलावा तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भी इनकी मौजूदगी हो सकती है।
कार और प्रेशन कूकर में किया था विस्फोट
आतंकियों ने पिछले साल 23 अक्तूबर को कोयम्बटूर में कार के अंदर और 19 नवंबर को मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में प्रेशर कुकर के जरिए बड़े हमले को अंजाम दिया था। हाल ही में एनआईए ने केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में इस आतंकी संगठन से जुड़े सदस्यों की तलाशी के लिए छापेमारी की थी।