वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-चुनाव में भाजपा को भले ही बहुमत मिला है लेकिन यह जीत पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप नहीं रही। चुनाव नतीजों के बाद खुद मुख्यमंत्री माणिक साहा ने यह बात स्वीकार की थी।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने आज राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री साहा ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें अगली सरकार के गठन तक मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी निभाने के लिए कहा है। उन्होंने बताया संभवतः आठ मार्च तक नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। बता दें कि गुरुवार को घोषित हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को एक बार फिर से बहुमत मिला है और पार्टी ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं वामपंथी पार्टी ने 11 और कांग्रेस ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की। पहली बार चुनाव मैदान में उतरी टिपरा मोथा पार्टी ने 13 सीटों पर जीत दर्ज करके सभी को चौंका दिया।
मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चा
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने माणिक साहा को ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया था। हालांकि चुनाव में भाजपा को भले ही बहुमत मिला है लेकिन यह जीत पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप नहीं रही। चुनाव नतीजों के बाद खुद मुख्यमंत्री माणिक साहा ने यह बात स्वीकार की थी। ऐसे में चर्चाएं चल रही हैं कि भाजपा नेतृत्व त्रिपुरा में मुख्यमंत्री चेहरे को बदल भी सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है, वह है केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक। माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता को संदेश देने के लिए भाजपा प्रतिमा भौमिक को त्रिपुरा का नया मुख्यमंत्री बना सकती है। अगर ऐसा होता है तो प्रतिमा भौमिक पूर्वोत्तर की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी। प्रतिमा भौमिक पश्चिमी त्रिपुरा लोकसभा सीट से सांसद हैं और साल 1991 से भाजपा से जुड़ी हुई हैं। भौमिक की छवि जमीन से जुड़ी नेता की है।
प्रतिमा भौमिक पश्चिमी त्रिपुरा लोकसभा सीट से सांसद हैं और साल 1991 से भाजपा से जुड़ी हुई हैं। भौमिक की छवि जमीन से जुड़ी नेता की है। 53 वर्षीय प्रतिमा भौमिक आरएसएस के साथ जुड़ी रही हैं और भाजपा की महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष और राज्य के युवा मोर्चा से भी जुड़ी रही हैं। दो साल तक भाजपा उपाध्यक्ष रहने के बाद उन्हें 2018 के त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में पार्टी ने महासचिव बनाया, जिसमें भाजपा को त्रिपुरा में जीत मिली। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रतिमा भौमिक ने तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। त्रिपुरा की राजनीति में प्रतिमा भौमिक एक जाना पहचाना नाम हैं।
हालिया विधानसभा चुनाव में भी प्रतिमा भौमिक ने धनपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है। बता दें कि धनपुर सीट वामपंथ पार्टी का गढ़ मानी जाती है और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मानिक सरकार भी इस सीट से करीब 50 साल विधायक रहे।
प्रतिमा भौमिक के पक्ष में एक और बात जाती है और वो ये है कि हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा को आदिवासी बहुल सीटों पर झटका लगा है लेकिन राज्य में पार्टी महिला मतदाताओं को लुभाने में कामयाब रही। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य के विधानसभा चुनाव में 89.17 फीसदी महिलाओं ने अपने मत का प्रयोग किया, जबकि पुरुषों का आंकड़ा 86.12 प्रतिशत रहा। प्रतिमा भौमिक को अगर त्रिपुरा का नया मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो माणिक साहा को केंद्र में भेजा जा सकता है।