वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ सोमवार को कई राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानूनों के खिलाफ दायर कई याचिकाओं पर सुनवाई करेगी।
सुप्रीम कोर्ट में धर्मांतरण मामले को लेकर एक नई याचिका दायर की गई है। इसमें जबरन धर्मांतरण के आरोपों से जुड़े मामलों को पांच न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष भेजे जाने की मांग की गई है।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ सोमवार को कई राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानूनों के खिलाफ दायर कई याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। नई याचिका वकील अश्विनी उपाध्याय ने दायर की है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से यह कहते हुए याचिकाओं को बड़ी पीठ को भेजने की मांग की है कि इसमें कानूनों के कई प्रश्न शामिल हैं, जिन्हें संविधान की व्याख्या की आवश्यकता है।
पेश नहीं हुआ पूर्व पति बच्चे को ऑस्ट्रेलिया ले जाने की मिली अनुमति
कर्नाटक हाईकोर्ट ने 34 वर्षीय रक्षिता को अपने पूर्व पति की सहमति के बिना अपने बच्चे को ऑस्ट्रेलिया ले जाने और वहां स्थायी रूप से बसने की अनुमति दे दी।
जैविक पिता के अदालती कार्यवाही में भाग न लेने के चलते न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने मां की याचिका को स्वीकार कर लिया। रक्षिता ने अपने बेटे को ऑस्ट्रेलिया साथ ले जाने और स्थायी रूप से उसके वहां बसने की कानूनी अनुमति के लिए अपने पहले पति सीसी शशिकुमार के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 2006 में बेटी के जन्म के बाद दोनों ने तलाक ले लिया था। पीठ ने कहा कि तलाक के बाद आठ साल तक पिता बच्चे को देखने नहीं आया। एजेंसी
पाकिस्तान के रावलपिंडी में ढहाए शिया, हिंदुओं और ईसाइयों के घर
पाकिस्तान के रावलपिंडी छावनी क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के घरों को ध्वस्त कर उन्हें बेघर कर दिया गया। इस इलाके में पिछले 70 साल से एक हिंदू और एक ईसाई परिवार रह रहा था। सूत्रों के अनुसार, 27 जनवरी को यहांं एक हिंदू व एक ईसाई परिवार के साथ शियाओं के कम से कम पांच घरों को तोड़ दिया गया। हिंदू परिवार को पास के एक मंदिर में शरण लेनी पड़ी, जबकि ईसाई परिवार और शिया बिना किसी आश्रय के रहने को मजबूर हैं। पीड़ित परिवारों ने अदालत से स्टे ऑर्डर लेने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने बल प्रयोग कर उनके घरों को तोड़ दिया।
केरल : मुर्गे के बाड़े में फंसे तेंदुए की मौत
पलक्कड़ (केरल)। मनारक्कड़ में रविवार को मुर्गे के बाड़े में छह घंटे से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद एक तेंदुए की मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा, तेंदुए की मौत पिंजरे में लंबे समय तक फंसे रहने से सदमे के चलते हुई है। खुद को छुड़ाने की कोशिश में उसे मामूली चोटें भी आई थीं। लेकिन ये चोटें गंभीर या संदिग्ध नहीं थीं। मेक्कलापारा के पास एक घर के बाड़े में जब तेंदुआ फंस गया तो घर के मालिक ने उसे बाहर से बंद कर दिया।