वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-स्कूल के अधिकारियों ने जिला अधिकारियों को एक लिखित शिकायत दी थी और भूमि रिकॉर्ड की विस्तृत जांच के बाद निर्माण को गिराने का निर्णय लिया गया।
असम के नागांव जिले में बुधवार को जमीयत-ए-उलेमा का अस्थायी कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया। एक अधिकारी के मुताबिक कार्यालय को अतिक्रमित भूमि पर बनाया जा रहा था। प्रशासन ने कार्यालय के पास बन रही कुछ आधी-अधूरी दुकानों को भी ध्वस्त कर दिया।
सरकारी स्कूल के खेल के मैदान पर बन रहा था ऑफिस
क्षेत्राधिकारी (सीओ) इशान कुमार सिंह ने बताया कि निर्माण कथित रूप से सोनाईघाट सरकारी स्कूल के खेल के मैदान पर किया गया था और इसको लेकर स्कूल अधिकारियों ने शिकायत की थी, इसके बाद कार्रवाई कर निर्माण को गिराया गया।
भूमि पर जमीयत दफ्तर के स्थानीय पदाधिकारी नूर-उल-अमीन चौधरी ने कथित रूप से अतिक्रमण किया था और संगठन का अस्थायी कार्यालय बना लिया था और तकरीबन दस दुकानों का निर्माण शुरू किया था।
अवैध निर्माण की वजह से बच्चे वहां खेल नहीं पा रहे थे
इशान सिंह ने कहा कि स्कूल के अधिकारियों ने जिला अधिकारियों को एक लिखित शिकायत दी थी और भूमि रिकॉर्ड की विस्तृत जांच के बाद निर्माण को गिराने का निर्णय लिया गया। शिक्षक मन-उल-हक चौधरी ने कहा कि खेल के मैदान में अवैध निर्माण की वजह से बच्चे वहां खेल नहीं पा रहे थे जिसके बाद जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की गई।
जमीयत दफ्तर के अधिकारियों ने मीडिया से बात करने से किया इनकार
जमीयत दफ्तर के स्थानीय पदाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक, वह संगठन की स्थानीय इकाई के कोषाध्यक्ष हैं। कुछ संवाददाता उनके घर भी गए लेकिन उन्होंने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया। अन्य जमीयत सदस्यों ने भी निर्माण पर हुई कार्रवाई पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, वहीं उन्होंने पूरी जानकारी आने के बाद बात करने की बात कही।