वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-विधायक सिंह ने गिरफ्तारी के दौरान कहा कि उन्होंने जिस सोशल मीडिया साइट पर वीडियो साझा किया था, उसने उसे हटा दिया है और वह रिहा होने के बाद इस वीडियो क्लिप का 'दूसरा हिस्सा' अपलोड करेंगे।
भाजपा नेता राजा सिंह को एक धर्म विशेष के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में मंगलवार को हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया गया। बीजेपी विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में वह एक धर्म विशेष के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। भाजपा नेता की गिरफ्तारी की मांग करते हुए समुदाय के कई लोगों ने सोमवार रात हैदराबाद के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया। 'ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन' (एआईएमआईएम) के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के कई विधायक और वृहद हैदराबाद नगर निगम के पार्षद पुलिस थानों पर पहुंचे, वहां प्रदर्शन किया और राजा सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
'कई पुलिस थानों में दर्ज कराई गई शिकायत'
पुलिस ने बताया कि सिंह के खिलाफ कई पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई गई है। दबीरपुर पुलिस थाने के निरीक्षक जी कोटेश्वर राव ने बताया कि उन्हें सिंह के खिलाफ एक शिकायत मिली है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि भाजपा विधायक ने एक धर्म विशेष के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की हैं। राव के मुताबिक, सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों में शत्रुता को बढ़ावा देने, जानबूझकर और दुर्भावनार्पूण कृत्य करने का मामला दर्ज हुआ है। साथ ही धर्म और धार्मिक मान्यताओं का अपमान करके किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मंशा व आपराधिक धमकी के आरोप में भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।
'रिहा होकर वीडियो का दूसरा पार्ट करूंगा अपलोड'
गोशामहल से विधायक सिंह ने गिरफ्तारी के दौरान पत्रकारों से कहा कि उन्होंने जिस सोशल मीडिया साइट पर अपना वीडियो साझा किया था, उसने उसे हटा दिया है और वह रिहा होने के बाद इस वीडियो क्लिप का 'दूसरा हिस्सा' अपलोड करेंगे। सिंह ने कहा, 'उन्होंने यूट्यूब से मेरी वीडियो हटा दी। मुझे नहीं पता कि पुलिस क्या करने जा रही है। जब मैं रिहा हो जाऊंगा तो निश्चित तौर पर वीडियो का दूसरा हिस्सा अपलोड करूंगा। मैं यह धर्म के लिए कर रहा हूं। मैं धर्म के लिए मरने को भी तैयार हूं।' सिंह ने यह जानना चाहा कि उनके खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में इतनी शिकायतें क्यों दर्ज की गईं। उन्होंने कहा, 'शिकायतें क्यों दर्ज की गईं? हमारे राम, राम नहीं हैं? हमारी सीता, सीता नहीं है? मैंने डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) से हाथ जोड़कर अनुरोध किया था कि वह राम और सीता के खिलाफ अभद्र भाषा में कॉमेडी करने वाले शख्स (मुनव्वर फारुकी) को कार्यक्रम की अनुमति न दें।'
सिंह के खिलाफ 75 से अधिक FIR दर्ज
गौरतलब है कि पुलिस ने राजा सिंह को उस आयोजन स्थल पर पहुंचने की कोशिश करने पर 19 अगस्त को हिरासत में लिया था, जहां अगले दिन फारुकी का कार्यक्रम होना था। बीजेपी एमएलए के खिलाफ 75 से अधिक एफआईआर दर्ज हैं, जिनमें से ज्यादातर हेट स्पीच से जुड़ी हुई हैं। सिंह इससे पहले यह बयान दे चुके हैं कि वह गायों की रक्षा के लिए कुछ भी कर सकते हैं। 2018 में सिंह ने कहा था कि भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को बंदूक की नोक पर देश से भगा देना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह जरूरी नहीं है कि सिंह के बयान से उनकी पार्टी के नेता हर बार सहमत हों। एक भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि वह अपने फैसले खुद ही लेते हैं। पार्टी के दूसरे नेताओं से उनकी मुलाकात कम ही होती है। उनके बयानों को इसलिए नजरअंदाज कर दिया जाता है कि वो पार्टी से जुड़े हुए मजबूत सदस्य हैं।