स्पोर्ट्स डेस्क.रवि शास्त्री के टीम इंडिया का हेड कोच बनने के बाद एक बार फिर ये बात सामने आ गई है कि सौरव गांगुली उनके फेवर में नहीं थे। बीसीसीआई की एडवाइजरी कमेटी के मेंबर्स को ही कोच का सिलेक्शन करना था। इसमें सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण हैं। 10 जुलाई को कोच का अनाउंसमेंट टलने के पीछे एक वजह ये भी सामने आ रही थी कि हो सकता है कि कोच के नाम को लेकर तीनों मेंबर्स में एकराय नहीं बन पाई हो और अब यही बात सही लग रही है। इसीलिए कोच के रूप में जहीर खान की भी एंट्री हुई, जबकि शास्त्री इससे खुश नहीं हैं। सौरव गांगुली रवि शास्त्री को कोच बनाने के पक्ष में नहीं थे...
- इसकी सबसे अहम वजह दोनों के बीच 2016 में हुआ विवाद है। पिछले साल कोच सिलेक्शन के वक्त शास्त्री इंटरव्यू के लिए पहुंचे नहीं थे और स्काइप से अपना प्रेजेंटेशन दिया था। बाद में जब अनिल कुंबले कोच बनाए गए तो सबड़े ज्यादा झटका शास्त्री को ही लगा था।
- तब गांगुली ने सवाल उठाए थे कि शास्त्री इस जिम्मेदारी के लिए गंभीर थे तो खुद आकर इंटरव्यू देना चाहिए था न कि विदेश में छुट्टी मनाना चाहिए। बता दें कि तब शास्त्री थाईलैंड में हॉलिडे पर थे और वहीं से स्काइप के जरिए इंटरव्यू दिया था। इस बार भी शास्त्री ने कुछ ऐसा ही किया। शास्त्री लंदन में थे और उन्होंने वहीं से इंटरव्यू दिया था।
- बीसीसीआई के कुछ सूत्रों के अनुसार सचिन रवि शास्त्री के पक्ष में थे। वहीं, वीवीएस लक्ष्मण टॉम मूडी के और गांगुली सहवाग के समर्थन में थे। सचिन के बारे में कहा जाता है कि पिछले साल भी शास्त्री ही उनकी पहली पसंद थे, लेकिन इंटरव्यू के बाद वो गांगुली-लक्ष्मण के साथ कुंबले के पक्ष में हो गए थे।
गांगुली अपनी बात पर अड़े रहे, इसीलिए हुई जहीर-द्रविड़ की एंट्री
- सूत्रों के अनुसार गांगुली शास्त्री को कोच नहीं बनाए जाने की अपनी बात पर अड़े रहे थे। इसीलिए 10 जुलाई को अनाउंसमेंट टाला गया। गांगुली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘कमेटी विराट से बात करना चाहती है। विराट को समझना होगा कि कोच कैसे काम करता है। इंटरव्यू में हर कोच ने अपने तरीके से काम करने की बात कही है।'
- अगले दिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित COA ने बीसीसीआई को सख्त आदेश दिए कि वो शाम तक कोच के नाम की घोषणा करें। इसके बाद भी दोपहर तक गांगुली अपनी बात (विराट से चर्चा करने की) पर अड़े रहे। शाम को कोच के रूप में रवि शास्त्री का नाम सामने आया। हालांकि, बीसीसीआई ने तुरंत इसे खारिज कर दिया। इसी दिन रात करीब 10 बजे तक आखिरकार शास्त्री ही कोच बनाए गए। अब सबसे बड़ा गेम यहीं पलटा कि शास्त्री के साथ कोच की लिस्ट में जहीर खान और राहुल द्रविड़ का भी नाम आ गया।
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