वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा कि शांगला जिले के मार्टुंग क्षेत्र में लगभग नौ से 14 बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। इस दौरान भारी भूस्खलन हुआ और सभी इसकी चपेट में आ गए।
उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक पहाड़ी इलाके में भूस्खलन के कारण गुरुवार को आठ बच्चों की मौत हो गई। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा कि शांगला जिले के मार्टुंग क्षेत्र में लगभग नौ से 14 बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। इस दौरान भारी भूस्खलन हुआ और सभी इसकी चपेट में आ गए। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों की उम्र 12-14 साल के बीच थी, जो भूस्खलन के मलबे में फंस गए थे, जबकि एक बच्चा अभी भी लापता है।
भूस्खलन के बाद बचाव टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और बच्चों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। बचाव कार्य में भारी मशीनें लगाई गई हैं। वहीं, प्रशासन ने स्थानीय अस्पतालों में आपातकाल घोषित किया है।
घर में आग लगने से चार बच्चों की मौत
इसी साल मई में सिंध के संघर जिले के एकरो थार क्षेत्र में चार बच्चों की अपने ही घर में आग लगने से जलकर मौत हो गई थी। बचावदल के सूत्रों ने बताया कि घर में आग लगने से जलकर मारे गए बच्चे एक दूसरे के भाई-बहन है। उनके पिता भी इस हादसे में गंभीर रूप से जल गए थे। घटना की जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने शवों और घायलों को इलाज के लिए अस्तपताल भेजा। इस हादसे में घर के किछ समान और कुछ बकरियों को भी नुकसान पहुंचा।
लालटेन से लगी पूरे घर में आग
ऐसी ही एक घटना निचले कोहिस्तान के पत्तन इलाके में मार्च में घटी। जहां एक ही परिवार के दस सदस्य गर में आग लगने के कारण जलकर मर गए। यह आग लालटेन की वजह से लगी थी। गटना की जानकारी पाकर स्थानीय लोग बचाव के लिए गटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने सदस्यों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
भारी बारिश के कारण पाकिस्तान में अबतक 50 लोगों की मौत
पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश के कारण 50 लोगों की मौत जबकि 87 घायल हो गए। बारी बारिश के कारण पिछले कुछ दिनों में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। बलूचिस्तान प्रांत में बाढ़ के कारण यातायात बाधित हो गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि पंजाब प्रांत में बाढ़ के कारण 34 लोगों की मौत हो गई है। वहीं खैबर-पख्तूनख्वा में 10 और बलूचिस्तान में पांच लोगों की जान चली गई। भारी बारिश के कारण अबतक 15 पशुओं की भी मौत हो चुकी है और 62 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।