वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-महिला अधिकार संगठन औरत आजादी मार्च ने एक बयान में कहा है कि पाकिस्तान में यौन बर्बरता की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन सरकार और समाज चुप बैठे हुए हैं। बयान में कहा गया- ‘हम गुस्से में हैं, हम पीड़ा महसूस कर रहे हैं। हम इस घटना को भूलने नहीं देंगे।’
भारत के बहुचर्चित निर्भया कांड के बाद भड़के जन विरोध जैसा नजारा अब पाकिस्तान में देखने को मिल रहा है। इस्लामाबाद के एक पार्क में एक युवती से गैंगरेप की घटना ने देश भर में विरोध भड़का दिया है। इस घटना को पाकिस्तान में 'लगातार बढ़ रही यौन बर्बरता' का प्रतीक बताया जा रहा है।
गैंगरेप की ये घटना पिछले गुरुवार को फातिमा जिन्ना पार्क में हुई थी। एफ-9 नाम से मशहूर यह स्थान इस्लामाबाद का सबसे बड़ा पार्क है। वहां एक 24 वर्षीय महिला अपने एक सहकर्मी के साथ बैठी हुई थी। तभी दो हथियारबंद लोगों ने उन पर हमला कर दिया। पुलिस में दर्ज हुए मुकदमे के मुताबिक दोनों आरोपियों ने महिला और उसके सहकर्मी को बंधक बना लिया और जबरन पास के जंगल में ले गए। वहां दोनों को नंगा कर दिया गया और महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। इस बारे में केस पीड़ित महिला ने दर्ज कराया है। उसने पुलिस को बताया कि दोनों लोगों ने उसे थप्पड़ मारे और उसके बाल खींच कर उसे जमीन पर लिटा दिया।
इस घटना की खबर सप्ताहांत तक सारे देश में फैली। उसके बाद दर्जनों जगहों पर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाने की खबर है। कई जगहों पर महिलाओं ने अपने चेहरे पर दुपट्टा लपेट कर अपना विरोध जताया है। यहां हुए एक विरोध प्रदर्शन में महिलाएं जो बैनर लेकर आईं, उन पर लिखा था- ‘अब किसी और बहन के साथ ऐसा ना हो’, और ‘पाकिस्तान की महिलाओं और बच्चों की रक्षा करो।’
महिला अधिकार संगठन औरत आजादी मार्च ने एक बयान में कहा है कि पाकिस्तान में यौन बर्बरता की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन सरकार और समाज चुप बैठे हुए हैं। बयान में कहा गया- ‘हम गुस्से में हैं, हम पीड़ा महसूस कर रहे हैं। हम इस घटना को भूलने नहीं देंगे।’
रविवार तक इस घटना में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। फातिमा जिन्ना पार्क इस्लामाबाद के बीचोंबीच है। यह धनी-मानी लोगों के इलाके में है। यहां सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहती है। इसके बावजूद ऐसी घटना हुई और पुलिस को देर तक उसकी खबर नहीं लगी, इस बात से समाज में भारी गुस्सा फैला है।
रविवार को सरकार ने टीवी चैनलों को आदेश दिया कि वे इस घटना की रिपोर्टिंग ना करें, ताकि महिला की पहचान की रक्षा की जा सके। लेकिन इस आदेश से विरोध और भड़का है। इसे सच्चाई को छिपाने की कोशिश बताया गया है।
पाकिस्तान के गैर सरकारी संगठन पाकिस्तान ह्यूमन राइट्स कमीशन ने बताया है कि 2021 में देश में 5,200 से भी अधिक बलात्कार के मामले दर्ज हुए थे। जबकि कार्यकर्ताओं का कहना है कि असली संख्या इससे बहुत ज्यादा है। पाकिस्तान में सामाजिक शर्म की भावना के कारण बहुत सी महिलाएं अपने साथ हुई ज्यादती की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराती हैं।
पीड़ित महिलाओं के पुलिस के पास न जाने के एक कारण देश की लचर न्याय व्यवस्था को भी बताया जाता है। कराची स्थित गैर सरकारी संस्था वॉर अगेंस्ट रेप के मुताबिक पाकिस्तान में बलात्कार के दर्ज कुल मामलों में से सिर्फ तीन फीसदी में अपराधियों को सजा हो पाती है