वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-पाक मीडिया के मुताबिक, शुक्रवार को शीर्ष समिति की बैठक के दौरान पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व ने टीटीपी के हमलों को रोकने के लिए अफगान तालिबान प्रमुख हिबतुल्लाह अखुंदजादा के हस्तक्षेप की मांग करने का फैसला किया।
पाकिस्तान आतंकियों के सामने पस्त नजर आ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पेशावर मस्जिद आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पर लगाम लगाने के लिए अफगान तालिबान के प्रमुख नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा की मदद मांगी है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में आतंकवादी हमले बढ़े हैं। हाल के दिनों में अफगानिस्तान से लगती सीमा पर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत में टीटीपी ने कई हमलों को अंजाम दिया है। पेशावर मस्जिद आत्मघाती हमले में 101 लोग मारे गए थे। टीटीपी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
पाक मीडिया के मुताबिक, शुक्रवार को शीर्ष समिति की बैठक के दौरान पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व ने टीटीपी के हमलों को रोकने के लिए अफगान तालिबान प्रमुख हिबतुल्लाह अखुंदजादा के हस्तक्षेप की मांग करने का फैसला किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि शुक्रवार की बैठक में भाग लेने वाले पाकिस्तान के गृह मंत्री राना सनाउल्लाह ने कहा कि पेशावर मस्जिद हमले के मास्टरमाइंड अफगानिस्तान में हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार अपने अफगान समकक्षों के साथ इस मुद्दे को उठाएगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को पेशावर आत्मघाती हमले को टालने में नाकाम रहने को लेकर जिम्मेदारी स्वीकार की थी। किया। साथ ही उन्होंने ऐसे खतरों से निपटने के लिए राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया था। पीएम शरीफ ने बैठक में कहा था कि राजनीतिक स्पेक्ट्रम में एकता की जरूरत है। आतंकवादी सुरक्षा जांच चौकी को तोड़कर मस्जिद तक पहुंचने में कामयाब रहा। हमें सच्चाई को स्वीकार करने में संकोच नहीं करना चाहिए।
आत्मघाती हमलावर की डीएनए नमूनों से पहचान का दावा
इस बीच, पाकिस्तानी अधिकारियों ने डीएनए नमूनों के जरिए आत्मघाती हमलावर की पहचान करके पेशावर मस्जिद हमले की जांच में महत्वपूर्ण सफलता हासिल करने का दावा किया है। पुलिस ने कहा कि डीएनए परीक्षण से हमलावर के परिवार का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।