वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-एर्नाकुलम बम धमाके से जुड़े फर्जी सोशल मीडिया खातों पर मामला दर्ज करते हुए केरल पुलिस ने कहा कि सांप्रदायिक सामग्री फैलाने के आरोप में 54 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा मलप्पुरम जिले में दर्ज किए गए।
केरल के एर्नाकुलम में बीते दिनों हुए एक प्रार्थना सभा में धमाके हुए थे। जिसके बाद से पुलिस मामले की जांच में कर रही है। केरल पुलिस ने सांप्रदायिक सामग्री फैलाने के आरोप में 54 मामले दर्ज किए है। सबसे ज्यादा मामले मलप्पुरम जिले में दर्ज किए गए। शनिवार को केरल पुलिस के बताया, सबसे अधिक 26 मामले मलप्पुरम जिले में दर्ज किए गए। वहीं एर्नाकुलम में 15 और तिरुवनंतपुरम में पांच मामले दर्ज किए गए हैं। त्रिशूर शहर और कोट्टायम में दो-दो मामले सामने आए हैं, जबकि पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, पलक्कड़ और कोझिकोड ग्रामीण में एक-एक मामला सामने आया है।
मामले की जानकारी देते हुए केरल पुलिस ने कहा, कलामासेरी के पास प्रार्थना सभा में हाल ही में हुए विस्फोट के बाद सोशल मीडिया के जरिए सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ सामग्री फैलाने के लिए कई मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने कहा, कई फर्जी प्रोफाइलों की पहचान की है, जिनका इस्तेमाल ऐसे पोस्ट साझा करने के लिए किया गया है, जो सांप्रदायिक नफरत भड़का सकते हैं।
विज्ञप्ति में पुलिस ने कहा, फर्जी प्रोफाइल के आईपी पते की पहचान करने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से अनुरोध किया गया था। राज्य में साइबर सेल ऐसे हैंडल की पहचान करने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है।
क्या है मामला
विस्फोट कलामासेरी में एक कन्वेंशन सेंटर में किए गए थे, जहां बीते रविवार को एक प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी। आरोपी मार्टिन ने राज्य के त्रिशूर जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और कहा कि उसने कई विस्फोटों को अंजाम दिया। आत्मसमर्पण करने से पहले उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें विस्फोटों को अंजाम देने के अपने कारण बताए। हालांकि आरोपी मॉर्टिन को अदालत ने 29 नवंबर तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।