वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को चुनौती दे रही हैं। किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं, तो उस देश को विकसित होने से भला कौन रोक सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार यानी आज 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने चंद्रयान मिशन की तारीफ की और कहा कि इस उपलब्धि के बारे में जितनी बात की जाए कम है। साथ ही कहा कि भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है।
सावन में दो बार मन की बात
उन्होंने संबोधन की शुरुआत में कहा कि अगस्त एपिसोड में आपका स्वागत है। मुझे याद नहीं कि कभी ऐसा हुआ हो कि सावन महीने में दो बार मन की बात हुआ है। सावन यानी महाशिव का महीना। उन्होंने आगे चंद्रयान-3 मिशन पर बात की। कहा कि चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचे तीन दिन से ज्यादा का समय हो गया है। यह सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा हो, उतना कम है।
अभी तो सूरज उगा है...
पीएम ने एक कविता की पंक्तियां सुनाईं। उन्होंने कहा कि आसमान में सिर उठाकर, घने बादलों को चीरकर, रोशनी का संकल्प लेकर, अभी तो सूरज उगा है। उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को भारत ने भारत के चंद्रयान ने यह साबित कर दिया है कि संकल्प के सूरज चांद पर भी उगते हैं।
चंद्रयान नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण
मन की बात में पीएम ने कहा कि इस मिशन का एक पक्ष ऐसा भी रहा, जिसकी आज मैं आप सबके साथ चर्चा करना चाहता हूं। आपको याद होगा कि इस बार मैंने लाल किले से कहा था कि हमें वीमेन लेड डेवलपमेंट को आगे बढ़ाना है। भारत का मिशन चंद्रयान नारी शक्ति का भी जीवंत उदाहरण है।
आज हमारे सपने भी बड़े
उन्होंने कहा कि इस पूरे मिशन में अनेकों महिलाएं वैज्ञानिक सीधे तौर पर जुड़ी रहीं। इन्होंने अलग-अलग सिस्टम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्ट मैनेजर की जिम्मेदारी संभाली। भारत की बेटियां अब अनंत अंतरिक्ष में भी योगदान दे रही हैं। आज हमारे सपने भी बड़े हैं और प्रयास भी बड़े हैं।
अंतरिक्ष को चुनौती दे रहीं बेटियां
उन्होंने कहा कि भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को चुनौती दे रही हैं। किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं, तो उस देश को विकसित होने से भला कौन रोक सकता है।
अलग-अलग सेक्टर्स की भी भूमिका
उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता में हमारे वैज्ञानिकों के साथ अलग-अलग सेक्टर्स की भी भूमिका रही है। जब सबका प्रयास रहा, तब सफलता भी मिली। यही चंद्रयान की सबसे बड़ी सफलता रही। मैं आशा करता हूं कि हमारा स्पेस सेक्टर इसी तरह आगे भी सबके प्रयास से सफलता हासिल करेगा।