वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-बीएमसी के अन्य अधिकारियों ने इसका विरोध किया तो शिवसेना नेताओं ने जूनियर इंजीनियर अजय पाटिल से हाथापाई की और अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।
मुंबई पुलिस ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता अनिल परब समेत पांच समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिवसेना नेता अनिल परब पर आरोप है कि उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर सरकारी कर्मचारी के साथ हाथापाई की थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि अनिल परब के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी भी जांच कर रही है।
क्या है मामला
वकोला पुलिस ने बताया कि अनिल परब और अन्य शिवसेना नेताओं ने बीएमसी के एच-ईस्ट वार्ड में सोमवार को मोर्चा निकाला था। दरअसल बीते हफ्ते बीएमसी ने कार्रवाई करते हुए मुंबई के उप-नगर बांद्रा में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पार्टी कार्यालय का अवैध हिस्सा ढहा दिया था। इसी कार्रवाई के विरोध में अनिल परब समेत अन्य शिवसेना नेता बीएमसी कार्यालय पहुंचे थे। शिवसेना नेताओं ने शिवसेना ऑफिस को ढहाने वाली अधिकारी स्वपना क्षीरसागर को बुलाने की मांग की थी।
जब बीएमसी के अन्य अधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो शिवसेना नेताओं ने जूनियर इंजीनियर अजय पाटिल से हाथापाई की और अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। बीएमसी कर्मचारियों की शिकायत पर पुलिस ने अनिल परब और अन्य शिवसेना नेताओं संतोष कदम, सदा परब, उदय दलवी और हाजी अलीम खान के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने शिवसेना नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 353 और 506 के तहत मामला दर्ज किया है। बता दें कि अनिल परब पर मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप लगे थे। जिसकी जांच चल रही है।
अब इस मामले को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत का बयान सामने आया है। संजय राउत ने अपनी पार्टी के नेताओं के कृत्य को सही ठहराया है और कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह भी जेल जाने के लिए भी तैयार हैं।