वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-सावरकर को लेकर मचे घमासान के बीच महात्मा गांधी के पौत्र तुषार गांधी ने उनको लेकर एक और बड़ा दावा कर दिया है. उन्होंने कहा है कि सावरकर ने ही महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को पिस्टल मुहैया कराई थी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सावरकर के बारे में दिए गए बयानों के बाद, महाराष्ट्र में लगातार विरोध और समर्थन में बयान आ रहे हैं. राहुल गांधी के बयान पर जहां भाजपा ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, तो वहीं महात्मा गांधी के पौत्र तुषार गांधी ने भी सावरकर के खिलाफ एक और बयान देकर माहौल को गरम कर दिया है. तुषार गांधी का कहना है कि महात्मा गांधी की हत्या से दो दिन पहले तक नाथूराम गोडसे के पास पिस्टल नहीं थी. तुषार ने दावा किया कि सावरकर ने ही नाथूराम गोडसे को पिस्टल मुहैया कराई थी. तुषार गांधी के इस बयान ने महाराष्ट्र और गुजरात में राजनीति गर्म हो गई है. तुषार गांधी ने कहा कि यह दावा आज का नहीं है, बल्कि कपूर आयोग और पुलिस की रिपोर्ट में भी इसका उल्लेख किया गया है.
कपूर आयोग की रिपोर्ट में भी है ये बात
तुषार गांधी ने सावरकर पर हमला करते हुए ट्वीट भी किया है. उन्होंने यह दावा हमारे सहयोगी चैनल TV9 मराठी के साथ बातचीत करते हुए भी की है. सावरकर ने हत्या के लिए बंदूक उपलब्ध कराने में मदद की थी. उन्होंने कहा कि जो मैं कह रहा हूं उसे कपूर आयोग ने भी अपने रिपोर्ट में माना है. 26 और 27 जनवरी 1948 को, नाथूराम गोडसे और आप्टे सावरकर से मिलने गए. पुलिस को ऐसी खबर मिली थी. तुषार गांधी ने कहा कि सावरकर से मिलने के दिनों तक नाथूराम गोडसे के पास पिस्टल नहीं थी.
तुषार गांधी ने किताब में भी किया है उल्लेख
पिस्टल कहां से लाई जाए, इसके सभी प्रयास व्यर्थ हो गए थे. इसके बाद, सावरकर से मुलाकात की गई. इसके बाद गोडसे और आप्टे ने दिल्ली और ग्वालियर की यात्रा की. एक पुलिस रिपोर्ट के अनुसार गोडसे मुंबई में पिस्टल की तलाश में घूम रहा था. तुषार ने कहा कि 2007 में आई मेरी किताब में इस घटना का उल्लेख है. उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले कपूर कमीशन की रिपोर्ट में इस कहानी का उल्लेख किया गया था.
सावरकर ने न केवल अंग्रेजों की मदद की, बल्कि उन्होंने बापू की हत्या करने के लिए नाथूराम गोडसे को एक पिस्टल मुहैया कराने में भी मदद की