वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-कई दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि 85 वर्षीय अब्दुल्ला अब पार्टी संरक्षक की भूमिका निभाएंगे जबकि उनके बेटे और एनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला इसके नए प्रमुख बन सकते हैं.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष पद से हटने की घोषणा कर दी. उन्होंने कहा कि अब नई पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपने का समय आ गया है. कई दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि 85 वर्षीय अब्दुल्ला अब पार्टी संरक्षक की भूमिका निभाएंगे जबकि उनके बेटे और एनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला इसके नए प्रमुख बन सकते हैं.
अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं अब अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लड़ूंगा. पद के लिए चुनाव पांच दिसंबर को होगा. अब समय आ गया है कि नई पीढ़ी इस जिम्मेदारी को संभाले.’
'पार्टी का कोई भी सदस्य चुनाव लड़ सकता है'
लोकसभा के सदस्य अब्दुल्ला ने कहा, ‘पार्टी का कोई भी सदस्य इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है. यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है.’ फारूक अब्दुल्ला पहली बार 1983 में नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष बने थे. फारूक अब्दुल्ला ने क्षेत्र की सबसे पुरानी पार्टी की कमान संभाली, जिसने 1947 में जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
चुनाव की तैयारियों में जुटी है नेशनल कांफ्रेंस
फिलहाल नेशनल कांफ्रेंस जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है. अनुच्छेद 370 के खात्मे और जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा छिनने के बाद यह पहले विधानसभा चुनाव होंगे. फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में पार्टी ने जम्मू-कश्मीर की संवैधानिक स्थिति में बदलाव और मतदाता सूची में बाहरी लोगों को कथित तोर पर जोड़ने के खिलाफ अभियान चलाया है. पार्टी का आरोप हैकि मतदाता सूची में बाहरी लोगों को जोड़ना इस क्षेत्र की जनसांख्यिकी को बदलने के लिए एक कथित चाल का हिस्सा है.