वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद चार दिनों में करीब 52 घरों और दुकानों को तोड़ दिया गया है। वहीं, अब तक करीब 42 FIR दर्ज की जा चुकी हैं।
इनमें 35 मुसलमान और 7 हिंदुओं के खिलाफ हैं।
मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा के बाद सरकार ने आरोपियों के घर पर 'बुलडोजर' कार्रवाई की थी। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने सरकार
के फैसले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि जब सरकार ही कानून को दरकिनार कर दे, तो देशभक्ति के लिए क्या सम्मान बचा है। मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ने कथित रूप से पथराव करने वालों के घर जमींदोज कर दिए थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा, 'मुसलमान हमेशा देश के लिए जान देंगे। लेकिन जब उनके बच्चों पर बगैर वजह की नफरत के हमला किया जाता है, तो वे दुखी हो जाते हैं।
जब सरकार कानून को दरकिनार कर घरों और जिंदगियों को तबाह करना चुनती है, तो देशभक्ति के लिए क्या सम्मान बचा?'
रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद चार दिनों में करीब 52 घरों और दुकानों को तोड़ दिया गया है। वहीं, अब तक करीब 42 FIR दर्ज की जा चुकी हैं।
इनमें 35 मुसलमान और 7 हिंदुओं के खिलाफ हैं। साथ ही अब तक 144 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। गुरुवार को सीएम चौहान ने हिंसा करने वालों के घरों
र दुकानों पर हुई कार्रवाई को जायज ठहराया था। उन्होंने खरगोन दंगों में प्रभावित हुए लोगों को घर देने का भी वादा किया था।
सीएम ने कहा, 'जो गरीबों को परेशान करते हैं, क्या उनके खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। खरगोन में गरीबों को घर जलाए गए।
उन्हें चिंतित नहीं होना चाहिए क्योंकि 'मामा' उनके घर बनाएगा। हम उन लोगों से वसूली करेंगे, जिन्होंने उनके घर जलाए हैं।'
रामनवी के दौरान एमपी के अलावा गुजरात, गोवा समेत कई राज्यों में हिंसा की खबरें आई थी।
खुर्शीद ने कहा कि सरकारें और गैर सरकारी लोग जो अपने प्रचार के लिए मुसलमानों पर हमला करते हैं, उन्हें यह एहसास होना चाहिए कि वे हिंदू-मुस्लिम एकता के
सपने पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से 'फूट डालो और राज करो' की नीति छोड़ने के लिए कहा है।