वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
लखनऊ- यूपी स्टेट कंस्ट्रक्शन व इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लि. (यूपी सिडको) अपने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लेनदेन की आंतरिक आडिट कराएगा। वित्तीय लेनदेन की कमियों को पकड़ने के लिए निगम चार्टर्ड एकाउंटेंट कंपनी को चयनित करेगा। इसके लिए निगम ने एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट (ईओआइ) जारी कर दी है।
पिछले दिनों निगम की बोर्ड बैठक में पिछले कई साल के वित्तीय लेखे की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी। बैठक में पता चला कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लेखे की रिपोर्ट ही तैयार नहीं की गई है। यूपी सिडको की उत्तर प्रदेश के साथ-साथ दूसरे प्रदेशों की यूनिटों ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1157 करोड़ रुपये की लागत से 499 कार्यों का निर्माण कराया था।
वित्तीय अनियमितताओं की होगी जांच-
ऐसे में वर्ष 2023-24 के वित्तीय लेनदेन की आंतरिक ऑडिट कराने के लिए निगम ने बड़ी आडिट फर्म और चार्टर्ड एकाउंटेंट फर्म के लिए ईओआइ जारी किया है। चयनित फर्म निगम मुख्यालय के साथ-साथ सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर्स आफिस और देश भर की यूनिटों की आडिट करेगी। यूनिटों में आडिट करने वाली फर्म वित्तीय अनियमितता को पकड़ेगी और यूनिट इंचार्ज व एकाउंटेंट को नोटिस जारी करेगी।
गंभीर गड़बड़ी और सामान्य विसंगति को आडिट रिपोर्ट में विस्तार से बताना होगा। फर्म यूनिटों के कैश बुक, बैंक एकाउंट और वाउचर की जांच करेगी। टेंडर के कार्य, डिपाजिट वर्क, यूनिटों के भीतर किए गए ट्रांजेक्शन, भंडार के रिकॉर्ड और आंकलन पुस्तिका, सर्विस बुक, ईपीएफ, लेबर सेस को लेनदेन को लेकर आडिट करेगी। इसी तरह सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर्स आफिसों के चेकबुक रजिस्टर, वेतन रजिस्टर, टेंडर कमेटी व इससे जुड़े रिकार्ड, तकनीकी स्वीकृति रजिस्टर, कार्य की मानीटरिंग की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
चयनित फर्म को अपनी रिपोर्ट आडिट पूरा करने के तीन दिन के भीतर यूपी सिडको के एमडी को भेजना होगा। निगम के एमडी कुमार प्रशांत का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की लेखा रिपोर्ट तैयार नहीं की गई थी। इसे देखते हुए ही अब आंतरिक आडिट कराया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर अन्य वित्तीय वर्ष का भी आडिट कराया जाएगा।