वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-
लखनऊ- गाजीपुर थाने पुलिस ने टप्पेबाजों को पकड़ना तो दूर मुकदमा तक नहीं दर्ज किया। इस पर बिजली कर्मी ने 27 दिन तक भटककर खुद ही टप्पेबाजों को मटियारी के पास से दबोच लिया। वाहवाही लूटने के लिए गिरफ्तारी का प्रेसनोट जारी कर दिया, जबकि पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
यह है पूरा मामला-
इंदिरानगर सी-ब्लाक निवासी संविदाकर्मी जितेंद्र श्रीवास्तव बताया कि दो मार्च को छोटा भाई रितेंद्र श्रीवास्तव जैन मंदिर स्थित पीएनबी एटीएम बूथ पर रुपये निकालने गया था। इसी दौरान दो उचक्कों ने कार्ड बदल दिया था। उसके बाद खाते से तीन बार में 25 हजार निकालने के साथ ही 3194 रुपये का सामान खरीदकर एक दुकान में कार्ड स्वैप किया था।
जितेंद्र ने बैंक में शिकायत के साथ ही पीड़ित ने गाजीपुर थाने और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। सीसीटीवी कैमरे में कैद आरोपियों को पकड़ने के लिए जितेंद्र इंदिरानगर, चिनहट, जानकीपुरम और महानगर के सभी एटीएम बूथ को खंगाला।
हालांकि, गाजीपुर थाने का एक उपनिरीक्षक आशीष कुमार पांडेय फुटेज चेक कराने में मदद करता रहा था। पीड़ित ने बताया कि 29 मार्च की दोपहर जैन मंदिर के पास कार सवार उचक्कों को देख उसने पीछा किया।
मटियारी पर उचक्के एक एटीएम बूथ पर गए, तभी जितेंद्र ने बाहर से बूथ बंद कर उपनिरीक्षक आशीष पांडेय को सूचना दी। उधर, राहगीरों ने बूथ खोल दिया तो भाग रहे एक उचक्के को पीड़ित ने पकड़ लिया, जबकि दूसरा भाग निकला।
आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस और पीड़ित जितेंद्र गुडंबा थाने के पास एक होटल पर पहुंचे, जहां साथी को भी पकड़ लिया। आरोपियों ने अपना नाम गाजियाबाद लोनी निवासी अमित और सद्दाम बताया।
आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने देर शाम रिपोर्ट दर्ज की। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद गाजीपुर पुलिस ने थाना क्षेत्र की दो और घटनाओं का खुलासा किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 48 एटीएम कार्ड, करीब 11 हजार रुपये और एक कार बरामद की है।