वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-काशी में हर साल सवा लाख पार्थिव शिवलिंगार्चन होता है। लेकिन, पहली बार काशी में सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंगार्चन होने जा रहा है। विजयानंदनाद गुरु सेवा समिति चैरिटेबल ट्रस्ट (तेलंगाना) के बैनर तले यह महानुष्ठान होगा। वैदिक विद्वान व कार्यक्रम के समन्वयक चंद्रशेखर घनपाठी ने बताया कि सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंगार्चन अभी तक कहीं नहीं हुआ।
विश्व कल्याण की कामना के लिए कार्तिक मास में पहली बार सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंगार्चन होगा और काशी इसकी साक्षी बनेगी। इस महानुष्ठान में दक्षिण भारत से पांच सौ वैदिक ब्राह्मण और विद्वान शामिल होंगे। कांची पीठ के शंकरायाचार्य जगतगुरु विजयेंद्र सरस्वती स्वामी सहित करीब 20 हजार श्रद्धालु भाग लेंगे। इस आयोजन को विश्व रिकॉर्ड में शामिल करने की तैयारी है।
काशी में हर साल सवा लाख पार्थिव शिवलिंगार्चन होता है। लेकिन, पहली बार काशी में सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंगार्चन होने जा रहा है। विजयानंदनाद गुरु सेवा समिति चैरिटेबल ट्रस्ट (तेलंगाना) के बैनर तले यह महानुष्ठान होगा। वैदिक विद्वान व कार्यक्रम के समन्वयक चंद्रशेखर घनपाठी ने बताया कि सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंगार्चन अभी तक कहीं नहीं हुआ। पहली बार 19 से 27 नवंबर तक ये अनुष्ठान शिवाला घाट स्थित चेतसिंह किला में होगा। इस कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कार्तिक मास का दक्षिण भारत में भी विशेष महत्व है। इस अनुष्ठान में शामिल होने से अनंत फल की प्राप्ति होती है।
विविध अनुष्ठान व कार्यक्रम भी होंगे
पार्थिव शिवलिंगार्चन के दौरान विविध अनुष्ठान और कार्यक्रम भी होंगे। चंद्रशेखर घनपाठी ने बताया कि सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम भी कराए जाएंगे। इसका विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है
आ सकते हैं दक्षिण के मंत्री भी
चंद्रशेखर घनपाठी ने बताया कि पार्थिव शिवलिंगार्चन अनुष्ठान में दक्षिण भारत के राज्यों के मंत्री सहित अन्य विशिष्टजन भी शामिल होंगे। उनके नामों की सूची तैयार की जा रही है। उनकी सहमति मिलने के बाद जारी कर दी जाएगी