वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :-बलिया : जनपद में 4.50 लाख बच्चों को पोलियो ड्रॉप की खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही अभियान के लिए 856 टीमें तैयार की गई है जो घर - घर जाकर 29 मई से 2 जून तक बच्चों को दवा पिलाने का कार्य करेगी। एक अन्य टीम (बी) 5 जून को भी पोलियो की दवा पिलाने का कार्य करेगी। रविवार को जिला महिला चिकित्सालय के प्रांगण में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर जयंत
व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुमिता सिंह ने राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने जन्म से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो खुराक "दो बूंद जिंदगी की" पिलाई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि अब देश पोलियो उन्मूलन हो चुका है,लेकिन दुबारा पोलियो वायरस पनप न सके इसके लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से आह्वान किया कि अपने बच्चों को पोलियो बचाव की खुराक अवश्य पिलाएं। उन्होंने बताया कि पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल है। पोलियो की खुराक जन्म के समय ही दी जाती है। इसके अलावा छः, दस और चौदह सप्ताह पर भी पोलियो खुराक पिलाई जाती है। इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है।
चिकित्सालय पहुंचे सदर मोहल्ला जापलिन गंज निवासी जतिन गुप्ता ने कहा कि आज हमने अपने बच्चे को पोलियो खुराक जिला महिला चिकित्सालय में पिलवाई, सभी लोगों को भी अपने बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलानी चाहिए।
इस मौके पर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ मणि दुबे, डब्लूएचओ के एसआरटीएल डॉ. देवाशीष मजूमदार, एसएमओ डॉ.नकीबुल जमा, यूनिसेफ के कोर्डिनेटर सौरभ श्रीवास्तव, डीएमसी मोहम्मद नसीम खान आदि उपस्थित रहे।