वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :-बाराबंकी। आवासीय जमीन का पट्टा देने और घरौनी बनाने के नाम पर घूस लेने वाले लेखपाल को निलंबित कर कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। एसडीएम सदर के आदेश पर नायब तहसीलदार की ओर से की गई जांच में शिकायत सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है।बाराबंकी। आवासीय जमीन का पट्टा देने और घरौनी बनाने के नाम पर घूस लेने वाले लेखपाल को निलंबित कर कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। एसडीएम सदर के आदेश पर नायब तहसीलदार की ओर से की गई जांच में शिकायत सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है।
नायब तहसीलदार देवा ने एसडीएम सदर को सौंपी जांच रिपोर्ट में कहा है कि 19 मई को टेरा दौलतपुर के दिलीप कुमार और प्रदीप कुमार, अनखा के संजय सिंह और सफाहुद्दीन की ओर से दिए गए शिकायती पत्र की जांच की गई, जिसमें इन लोगों ने लेखपाल धर्मेंद्र कुमार पर आवासीय भूमि का पट्टा देने, घरौनी बनाने आदि के नाम पर 15 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया था।
शिकायतकर्ताओं के बयान, स्थलीय जांच तथा वीडियो रिकाॅर्डिंग की जांच में लेेखपाल की ओर से पैसा लिया जाना सही पाया गया है। उन्होंने रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि इससे जहां प्रशासन की छवि धूमिल हुई है। वहीं लेखपाल ने अपने बचाव में जो जवाब प्रस्तुत किया है, वह भी संतोषजनक नहीं है। इस पर उन्होंने लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए जांच रिपोर्ट 22 मई को एसडीएम सदर को सौंप दी थी। एसडीएम सदर विजय कुमार त्रिवेदी ने बताया कि नायब तहसीलदार की जांच रिपोर्ट के आधार लेखपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इनके खिलाफ आगे की जांच चलती रहेगी।
बिना सुविधा शुल्क काम नहीं करते लेखपाल
आरोप है कि लेखपाल कोई भी काम हो, बिना सुविधा शुल्क के नहीं करते हैं। धर्मेंद्र का मामला खुल गया और जांच में आरोप सही पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी गई। लेकिन कई ऐसे लेखपाल हैं, जो खुलेआम पैसा लेते हैं, अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी है, लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती। क्योंकि इनकी पहुंच और रसूख की जानकारी अधिकारियों को भी है, जिसके चलते इन पर हाथ डालने का साहस कोई नहीं करता है।