वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज में बड़े पैमाने पर की गई नियुक्तियों में कहीं धांधली तो नहीं हुई इसके लिए केंद्रीय कृषि मंत्री ने जांच के आदेश दिए। आचार्य नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज में कुलपति से हाल ही में की गई नियुक्तियों का मामला भारत सरकार के केंद्रीय कृषि मंत्री तक जा पहुंचा है। केंद्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रकरण में जांच के आदेश दे दिए हैं। कृषि मंत्री के आदेश के क्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद कृषि विस्तार संभाग कृषि अनुसंधान भवन पूसा नई दिल्ली के अपर सचिव कृषि विस्तार बलराज सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जीटी रोड रावतपुर कानपुर को प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जानकारी के बाद कृषि विश्वविद्यालय में हलचल मच गई है। रतनदीप मोटर्स सुल्तानपुर के प्रोपराइटर दीपक जैन ने केंद्रीय कृषि मंत्री को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज में हाल ही में बड़े पैमाने पर नियुक्ति की गई है। इसमें जबरदस्त धांधली भी की गई है। शिकायतकर्ता ने पत्र में लिखा है कि उनके गृह जनपद सुल्तानपुर एवं आसपास के जनपदों के कई युवा जो कृषि अभियंत्रण, गृह विज्ञान व मछली पालन में कुमारगंज विश्वविद्यालय से ही पढ़े हैं उनको नजरअंदाज करते हुए नए एवं अनुभवहीन ग्रामीण पृष्ठभूमि से दूर के लड़के एवं लड़कियों की नियुक्तियां कर दी गई हैं। यही नहीं विश्वविद्यालय में कार्यरत रहे अथवा कार्यरत लोगों से जुड़े अभ्यर्थियों की नियुक्ति अभी हाल ही में विषय वस्तु विशेषज्ञों के पद पर की गई है।
एक नियुक्ति ईडब्ल्यूएस कोटे में आरक्षण का लाभ देते हुए एक कृषि विज्ञान केंद्र में विषय वस्तु विशेषज्ञ पद पर कर दी गई है, जिसमें राज्य सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लिए बनाए गए नियमों का पालन नहीं किया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि अभ्यर्थी के सेवानिवृत पिता 45 हजार रुपए पेंशन एवं महंगाई राहत प्राप्त कर रहे हैं और वह आयकरदाता भी हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि स्क्रीनिंग कमेटी ने अपने दायित्व सम्यक निर्वहन नहीं किया है। शिकायतकर्ता ने केंद्रीय कृषि मंत्री से किसी जांच एजेंसी से गोपनीय जांच कराते हुए नियुक्तियों को निरस्त किए जाने की मांग की है। मामले में जांच के आदेश दिए जाने के बाद निदेशक डॉ. यूएस गौतम ने महानिदेशक उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद कृषि मंडी भवन विभूति खंड गोमती नगर लखनऊ एवं विश्वविद्यालय के कुलपति को भी प्रकरण में पत्र भेज दिया है। उधर विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर हुई नियुक्तियों में धांधली की शिकायतों केे बावजूद भी विश्वविद्यालय में तीसरी बार फिर से बड़े पैमाने पर विभिन्न पदों के लिए नियुक्तियों की प्रक्रिया आरंभ हो गई है।