वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-शंघाई सहयोग संगठन के सदस्यों की अगवानी के लिए 17 से 20 जनवरी तक आयोजित नौका प्रतियोगिता छह टीमों के बीच होगी। मुख्य प्रतियोगिता 17 जनवरी से शुरू होगी। नौका रेस प्रतियोगिता (17-20) जनवरी तक नॉक आउट के आधार पर खेली जाएगी। प्रतियोगिता के लिए दशाश्वमेध से राजघाट के बीच तीन किलोमीटर की सुरक्षित ट्रैक बनाई गई है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 17 जनवरी से चार दिवसीय नौकायन प्रतियोगिता की ट्राफी का अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 13 जनवरी को करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री गंगा पार बसी टेंट सिटी जाएंगे और वहां बोट रेसिंग ट्राफी को अनावरित करेंगे। दशाश्वमेध से राजघाट के बीच प्रतियोगिता के लिए सुरक्षित ट्रैक बनाई जाएगी।
शंघाई सहयोग संगठन के सदस्यों की अगवानी के लिए 17 से 20 जनवरी तक आयोजित नौका प्रतियोगिता छह टीमों के बीच होगी। मुख्य प्रतियोगिता 17 जनवरी से शुरू होगी। नौका रेस प्रतियोगिता (17-20) जनवरी तक नॉक आउट के आधार पर खेली जाएगी। प्रतियोगिता के लिए दशाश्वमेध से राजघाट के बीच तीन किलोमीटर की सुरक्षित ट्रैक बनाई गई है। प्रतियोगिता के लिए कुल 12 टीमों ने पर्यटन विभाग में पंजीकरण कराया है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक नदी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
नौकायन में हिस्सा लेने वाली टीमों के नाम
गंगा पुत्र, नाविक सेना, काशी लाहिरी, जल योद्धा, काशी किपर्स, गंगा लाहिरी, नौक राईडर्स, जल सेना, गंगा वाहिनी, भागीरथी सेवक, गौमुख ज्वाइंट्स और घाट किपर्स
एयर बैलून उत्सव की तैयारियों में तेजी
वाराणसी। चार दिवसीय एयर बैलून उत्सव की तैयारियां तेज हो गई हैं। बैलून की उड़ान के तीन स्थानों का चयन किया गया है। पर्यटकों की सुविधा के लिए ओपन राइड के अलावा थ्रेसर्ड राइड का बंदोबस्त किया गया है। उपनिदेशक पर्यटन प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि उड़ान के लिए गंगा पार रामनगर, सेंट्रल हिंदू ब्वायज स्कूल कमच्छा और बीएचयू क्रे एंफीथियेटर मैदान को चुना गया है।
उड़ान में शामिल हुआ पैरा मोटर
एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए इस बार बैलून उत्सव में पैरा मोटर को शामिल किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक इसमें एक पैराशूट की डोर एक इंजन से बंधी होती है। इस पर एक से दो व्यक्ति के बैठने का बंदोबस्त होता है। इसका इंजन रिमोट और कई बार रस्सी से इंजन को नियंत्रित दूरी तक उड़ने की इजाजत दी जाती है।
गंगा नदी पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन
गंगा विलास सेवा के शुभारंभ अवसर पर नेशनल साइंस सेंट्रल नई दिल्ली की ओर से विज्ञान प्रदर्शनी लगाई जाएगी। निदेशक एनआर अय्यर ने बताया कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य लोगों को गंगा नदी व अन्य नदियों के प्रति जागरूक करना है। प्रदर्शनी का थीम ’अर्थ गंगा’ रखा गया है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से यह भी बताने की कोशिश की जाएगी कि किस तरह गंगा के माध्यम से आर्थिक उपार्जन किया जा सकता है। प्रदर्शनी को एक बस के अंदर तैयार किया गया है। यहां लोगों को विज्ञान से जुड़ी फिल्में भी दिखाई जाएंगी। टेलीस्कोप के माध्यम से अंतरिक्ष की सैर कराई जाएगी। वाराणसी के बाद यह प्रदर्शनी गंगा नदी किनारे स्थित शहरों में भी प्रदर्शित होगी।