शरीर पर मिले 13 बड़े घाव के निशान
पोस्टमार्टम में सुशीला के चेहरे, पेट, सिर के पिछले हिस्से, दोनों हाथ और जांघ पर 13 जगह श्वान के नोंचने के निशान मिले। इसके अलावा कई जगह शरीर पर खरोंच के निशान भी मिले हैं। इससे जाहिर है कि सुशीला ने खुद को पिटबुल से बचाने के लिए काफी संघर्ष किया था। मेडिकल कॉलेज चौकी प्रभारी सत्यपाल सिंह के मुताबिक शिक्षिका मृत हालत में ट्रॉमा सेंटर लाई गई थीं। पिटबुल के हमले का देश में तीसरा मामला
खूंखार पिटबुल द्वारा अपने मालिक या घर के किसी अन्य सदस्य पर हमले का देश में यह तीसरा मामल बताया जा रहा है। लखनऊ से पहले हरियाणा के यमुनानगर में फरवरी 2022 में और राजस्थान के जयपुर में जुलाई 2021 में ऐसा केस सामने आ चुका है।