वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत युवा संगम पोर्टल के साथ पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। इसमें 18 से 30 आयु वर्ग के 1000 युवाओं (300 पूर्वोत्तर, 700 अन्य राज्यों) को पूर्वोत्तर और देश के अन्य राज्यों में यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम में भेजा जाएगा।
एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत अब युवा संगम में पूर्वोत्तर के युवाओं को देश के अन्य राज्यों और अन्य राज्यों के युवाओं को पूर्वोत्तर के आठ राज्यों की परंपरा, संस्कृति, पर्यटन स्थल, खान-पान, भाषा और विविधता को जानने का मौका मिलेगा।
शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत युवा संगम पोर्टल के साथ पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। इसमें 18 से 30 आयु वर्ग के 1000 युवाओं (300 पूर्वोत्तर, 700 अन्य राज्यों) को पूर्वोत्तर और देश के अन्य राज्यों में यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम में भेजा जाएगा। दिल्ली के इंदिरा गांधी कला केंद्र में शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने खेल व सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, कानून व न्याय मंत्री किरण रिजिजू, पर्यटन, संस्कृति व पूर्वोत्तर मामलों के मंत्री जी किशन रेड्डी की अध्यक्षता में युवा संगम पोर्टल को लॉन्च किया गया।
इसमें शिक्षा, खेल, संस्कृति, पर्यटन, सूचना प्रसारण, रेलवे और पूर्वोत्तर मामलों के मंत्रालय मिलकर काम करेंगे। खेल व सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कैंपस और ऑफ कैंपस के 18 से 30 आयु वर्ग के पूर्वोत्तर और अन्य राज्यों के युवाओं को पायलट प्रोजेक्ट में इसी महीने से एक-दूसरे को जानने का मौका मिलेगा। युवा एक-दूसरे की परंपरा, संस्कृति, प्रकृति, प्रथाओं को जानेंगे।
इससे युुवाओं को एक दूसरे की संस्कृति और परंपरा को समझने का मौका मिलेगा। इसका फायदा आने वाली पीढ़ियों को भी मिलेगा। यह योजना युवाओं में एक मजबूत बंधन बनाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में सरदार वल्लभ पटेल की 140वीं जंयती के मौके पर एक भारत-श्रेष्ठ भारत की घोषणा की थी और वित्तमंत्री ने 2016-17 के बजट में इसकी शुरुआत की थी। पोर्टल के लॉन्च होने से पूर्वोत्तर व अन्य राज्यों के युवाओं में संबंध प्रगाढ़ होंगे।
संस्कृति व पर्यटन पर संवाद होगा
पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कार्यक्रम में युवा भाषा, साहित्य, खानपान, त्योहार, संस्कृति, पर्यटन पर भी बात करेंगे। युवाओं के लिए युवा संगम पर्यटन भी आयोजित किये जा रहे हैं, ताकि वे अन्य राज्यों को समझ सकें। वहीं, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कार्यक्रम से युवाओं के संबंधों में मजबूती आएगी और पूर्वोत्तर के युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।