वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-जिसे गोद लेकर पाला-पोसा। निकाह कराकर उसका परिवार बसाया, उसी बेटे ने मां की हत्या कर दी। आरोपी बेटे को गिरफ्तार करने के बाद बरेली पुलिस ने सोमवार को फरीदा बेगम हत्याकांड का खुलासा कर दिया। शहर के कोहाड़ापीर में 17 जनवरी की शाम वृद्धा फरीदा बेगम (70) का शव रसोई में पड़ा मिला था। उनकी हत्या सिर पर किसी वजनदार चीज मारकर की गई थी, जिससे उसके सिर की हड्डी कई जगह टूटी मिली थी। फरीदा इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. नफीस की रिश्तेदार थीं। मृतका के दत्तक पुत्र अफसय उर्फ लकी खान ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने गहनता से पूरे मामले की जांच पड़ताल की तो पूरा मामला खुल गया। दत्तक पुत्र अफसय ही कातिल निकला। एसपी सिटी राहुल भाटी और सीओ सिटी श्वेता यादव ने पत्रकार वार्ता कर पूरी घटना का खुलासा किया। इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक दत्तक पुत्र अफसय उर्फ लकी खान ने ही फरीदा की हत्या की थी। इसके बाद खुद ही पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के शक की सुई शुरू से ही करीबी पर घूम रही थी। क्योंकि घर में लूट जैसे कोई साक्ष्य नहीं मिले थे। फरीदा की किसी से रंजिश भी नहीं थी।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह मां से बुलेट बाइक खरीदने के लिए रुपये मांग रहा था। उन्होंने मना किया तो गुस्से में रसोई में रखी सरिया से उनके सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी। इसके बाद घर से चला गया। दोबारा आने के बाद पुलिस को सूचना दी थी।
आरोपी अफसय के पिता मोइन खान का निधन हो चुका है। शादी के बाद से अफसय पत्नी के साथ मां से अलग लल्ला मार्केट में रह रहा है। कोहाड़ापीर के उनके पुराने घर में नीचे दुकानें हैं और ऊपरी मंजिल पर मां फरीदा अकेली रहती थीं।
फरीदा के कोई संतान नहीं थी। उन्होंने अफसय को तब गोद लिया था जब वह छह महीने का था। अफसय रोज सुबह मां को नाश्ता दोपहर और शाम को खाना देने आता था। फरीदा हृदय रोगी थीं। उनकी करीब दो साल पहले बाईपास सर्जरी हो चुकी थी। फरीदा के नाम काफी संपत्ति है।