वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-इंस्पेक्टर प्रद्युम्न कुमार ने बताया कि करीब 12.15 बजे मंत्री नब किशोर दास की कार एक इमारत के पास रुकी और वह गाड़ी का दरवाजा खोलकर बाहर आए। तभी एएसआई गोपाल दास ने मंत्री पर गोली चला दी थी। गोली सीने में लगी और वह गिर पड़े।
पूर्व मंत्री नब किशोर दास की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी बर्खास्त सहायक उप-निरीक्षक गोपाल दास की पुलिस रिमांड और चार दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। पुलिस रिमांड के तहत आरोपी का फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया जाएगा। बता दें कि फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किसी व्यक्ति के दुर्भावनापूर्ण व्यवहार और उपचार के लक्ष्यों की पहचान करने, संचालन को परिभाषित करने और मापने के लिए किया जाता है।
अधिकारी ने शनिवार को कहा कि आरोपी गोपाल दास का फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और एलवीए टेस्ट झारसुगुड़ा में सीएफएसएल, नई दिल्ली की एक टीम द्वारा किया जा रहा है। आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य का अध्ययन करने के लिए एक विशेष मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।
पत्नी ने मानसिक रूप से बीमार होने का दावा किया था
आरोपी गोपाल दास की पत्नी जयंती ने दावा किया है कि उसका पति मानसिक विकार से पीड़ित था और दवा ले रहा था। उनके मनोचिकित्सक चंद्र शेखर त्रिपाठी ने भी जयंती के दावे की पुष्टि की। डॉ त्रिपाठी, जो एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, बेरहामपुर के मनोचिकित्सा विभाग के प्रमुख हैं, ने कहा था, दास को लगभग आठ साल पहले बाइपोलर डिसऑर्डर से प्रभावित होने का पता चला था। वह पहली बार लगभग आठ से दस साल पहले मेरे क्लिनिक में आए थे। उन्होंने इसका इस्तेमाल किया था। बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते थे और इसका इलाज चल रहा था।
आरोपी के परिवार से भी हुई पूछताछ
इस बीच, आरोपी गोपाल दास को शुक्रवार को पहले चार दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद जेएमएफसी, झारसुगुड़ा की अदालत में पेश किया गया। अधिकारी ने कहा कि अदालत ने चार दिन की अतिरिक्त पुलिस हिरासत की अनुमति दी है। बेरहामपुर में कैंप कर रही क्राइम ब्रांच की टीम ने गोपाल दास की पत्नी से भी पांच से ज्यादा बार पूछताछ की। जांच अधिकारियों ने गोपाल के बड़े भाई सत्य दास, भतीजे, रिश्तेदारों, दोस्तों, साथी ग्रामीणों और मनोवैज्ञानिक समस्याओं का इलाज करने वाले डॉक्टर से भी पूछताछ की है।
एएसआई गोपाल दास ने मंत्री की गोली मारकर हत्या कर दी थी
इंस्पेक्टर प्रद्युम्न कुमार ने बताया कि करीब 12.15 बजे मंत्री नब किशोर दास की कार एक इमारत के पास रुकी और वह गाड़ी का दरवाजा खोलकर बाहर आए। तभी एएसआई गोपाल दास ने मंत्री पर गोली चला दी थी। गोली सीने में लगी और वह गिर पड़े। मंत्री के शरीर से काफी खून बह रहा था। इसके बाद उन्होंने कांस्टेबल केसी प्रधान के साथ आरोपी एएसआई को पकड़ लिया। इसी दौरान आरोपी एएसआई ने अपनी 9 एमएम पिस्तौल से दो और गोलियां चलाईं, जो उनकी अंगुली में लगी। हालांकि, थोड़ी ही देर में एएसआई को काबू में कर लिया गया।
डीजीपी के बयान से नाराज हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास हत्याकांड पर राज्य के डीजीपी के बयान पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नाराजगी जताई है। दरअसल, डीजीपी ने कहा था कि भगवान जगन्नाथ को छोड़कर कोई भी मंत्री की हत्या जैसी घटना का अनुमान नहीं लगा सकता। प्रधान ने कहा कि इस वारदात की जांच अपराध शाखा जांच कर रही है लेकिन जांच में कोई स्पष्टता नहीं है।